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"सोशल मीडिया का बाप"

अनिल कुमार सागर, लेखक व पत्रकार

वरिष्ठ लेखक- स्वतंत्र पत्रकार, पूर्व उप सम्पादक: उजाले की ओर,"कीमया-ऐ-जीवन", राष्ट्रीय समाचार पत्र,  03, आनन्द कॉलोनी,चन्दौसी- 244412, उ.प्र.

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घरेलू उपचारः बवासीर, मूल व्याधि,अर्श

बवासीर


दुनिया में बहुत लोग बवासीर से परेशान हैं । इंसान का उठना बैठना इसके कारण मुशकिल हो जाता । कई को बहुत ही असहनीय दर्द की अनुभूती होती है ।

इस रोग का कारण खट्टी तले पदार्थ ,तेज मिर्च मसालेदार वस्तुएं ,कब्ज आदि हैं ।

ऐलोपेथी में इसका इलाज सिर्फ ऑप्रेशन है । लेकिन उसके बावजूद भी यह रोग दोबारा घेर लेता है । आखिर कितने ऑप्रेशन करवाए जाएं । लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं । आयुर्वेद में इस रोग की बहुत सफल औषधियां हैं । जो इस रोग को जड़ मूल से ठीक कर देती हैं ।


पहला घरेलू उपाय


50 ग्राम तिल को चबाकर खाने के बाद ऊपर से दही खा लेने से रक्तस्राव रूकता है ।


दूसरा घरेलू उपाय


मेथी बीज दूध में उबालकर लेने से खूनी बवासीर में लाभ होता है ।


तीसरा घरेलू उपाय


10 ग्राम ईशबगोल भूसी रात को दूध से लें । इससे दोनों बवासीर में लाभ होगा ।


चौथा घरेलू उपाय


एक कप मूली के रस में देशी घी मिलाकर सुबह- शाम पीएं । मूली का सलाद भी ले सकते हैं ।


पाँचवा घरेलू उपाय


करेले का रस सुबह खाली पेट लें.


षष्ठ घरेलू उपाय


छाज पिएं सुबह- शाम, 2- 2 गिलास, हल्का खाना खाये कुछ दिन..


गुनगुना दूध में नीबू निचोड़ कर पीएं ।नीबू काटकर उसमें कत्था लगाकर खाएं ।


सातवीं घरेलू उपाय


मूली को काटकर ,नमक लगाकर औस में रात को छत पर रख दें । सुबह खाली पेट खाएं । मूली की रस से गुदा को धोएं । बादी बवासीर के लिए भी कर सकते हैं


आठवीं घरेलू उपाय


मूली के 125 एम.एल रस में 100 ग्राम देशी घी में बनी जलेबी को एक घंटा डूबो दें । फिर जलेबी खाकर रस पी लें । एक से चार हफ्ता तक करें । मूली को घी में भूनकर भी खा सकते हैं ।


नौवाँ घरेलु उपाय


गेहूं के जवारे का रस ,गिलोय और ग्वारपाठा का रस 20 से 50 एम.एल. सुबह खाली पेट लें।


डॉ रोहित गुप्ता

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*अनिल कुमार सागर*, वरिष्ठ लेखक - स्वतंत्र पत्रकार,पूर्व उप सम्पादक :"उजाले की ओर","कीमया-ऐ-जीवन ","ज्ञान रंजन ट्रेजर","चन्दौसी की गूँज ","मोटर यान ज्ञान","तुमुल तूफानी ","रंगीला टाइम्स", आदि राष्ट्रीय समाचार पत्र, सम्पर्कः- 03,आनन्द कॉलोनी,चन्दौसी-244412,उ.प्र.

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