अनिल कुमार सागर,लेखक स्वतंत्र- पत्रकार Jul 23, 20201 minकुछ प्रेरणादायक पंक्तियाँ !🌤️ ऊबड़ खाबड़ रस्ते भी, समतल हो सकते हैं, कोशिश की जाए तो मुद्दे हल हो सकते हैं। शर्त यही है कोई प्यासा हार न माने तो, हर प्यासे की मुट्ठी...
अनिल कुमार सागर,लेखक स्वतंत्र- पत्रकार Jun 29, 20202 minफादर्स डे यानी अंतर्राष्ट्रीय पितृ दिवसबीते 21 जून को फादर्स डे यानी अंतर्राष्ट्रीय पितृ दिवस था। इस अवसर पर प्रस्तुत हैं व्हाट्सप्प से चुने हुए कुछ बेहतरीन मेसेजेस। [1] पिता...
अनिल कुमार सागर,लेखक स्वतंत्र- पत्रकार Mar 15, 20201 min"मैं हैरान हूँ ” महादेवी वर्मा की एक कविता"मैं हैरान हूँ”– इतिहास में छिपाई गई - महादेवी वर्मा की एक कविता ”मैं हैरान हूं, यह सोचकर, किसी औरत ने क्यों नहीं उठाई उंगली? तुलसी दास...