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"सोशल मीडिया का बाप"

अनिल कुमार सागर, लेखक व पत्रकार

वरिष्ठ लेखक- स्वतंत्र पत्रकार, पूर्व उप सम्पादक: उजाले की ओर,"कीमया-ऐ-जीवन", राष्ट्रीय समाचार पत्र,  03, आनन्द कॉलोनी,चन्दौसी- 244412, उ.प्र.

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फादर्स डे यानी अंतर्राष्ट्रीय पितृ दिवस

बीते 21 जून को फादर्स डे यानी अंतर्राष्ट्रीय पितृ दिवस था। इस अवसर पर प्रस्तुत हैं व्हाट्सप्प से चुने हुए कुछ बेहतरीन मेसेजेस।


[1]


पिता के बिना ज़िन्दगी वीरान होती है

तन्हा सफ़र में हर राह सुनसान होती है

ज़िन्दगी में पिता का होना ज़रूरी है

पिता के साथ से हर राह आसान होती है

Late Sri Shyam Babu Sagar aka S B Sagar
पिता जी स्व. श्री श्याम बाबू सागर | Late Sri Shyam Babu Sagar

फादर्स डे पर अपने पिताजी को इस छोटे से वीडियो के माध्यम से याद कर अपने दिल के भाव व्यक्त किये।


[2]


पिता जीवन है,

सम्बल है, शक्ति है,

पिता…पिता सृष्टि में

निर्माण की अभिव्यक्ति है,

पिता अँगुली पकडे

बच्चे का सहारा है,

पिता कभी कुछ खट्टा

तो कभी खारा है,

पिता…


पिता पालन है, पोषण है,

परिवार का अनुशासन है,

पिता…


पिता धौंस से चलने

वाला प्रेम का प्रशासन है,

पिता…


पिता रोटी है, कपडा है,

मकान है,

पिता…


पिता छोटे से परिंदे का

बडा आसमान है,

पिता…


पिता अप्रदर्शित-अनंत प्रेम है,

पिता है तो बच्चों को इंतज़ार है,

पिता से ही बच्चों के ढेर सारे

सपने होते साकार हैं,

पिता है तो बाज़ार के

सब खिलौने अपने हैं,

पिता से परिवार में

प्रतिपल राग है,

पिता से ही माँ की

बिंदी और सुहाग है,

पिता परमात्मा की

जगत के प्रति आसक्ति है,

पिता गृहस्थ आश्रम में

उच्च स्थिति की भक्ति है,

पिता अपनी इच्छाओं

का हनन और परिवार

की पूर्ती है,

पिता…


पिता रक्त निगले हुए

संस्कारों की मूर्ति है,

पिता…


पिता एक जीवन को

जीवन का दान है,

पिता…


पिता दुनिया दिखाने

वाला इंसान है,

पिता…


पिता सुरक्षा है,

अगर सिर पर हाथ है,

पिता नहीं तो बचपन

अनाथ है,


तो पिता से बडा तुम

अपना नाम करो,

पिता का अपमान

नहीं उनपर अभिमान करो,


क्योंकि माँ-बाप की कमी

को कोई बाँट नहीं सकता,

और ईश्वर भी इनके आशीषों

को काट नहीं सकता,


विश्व में किसी भी देवता

का स्थान दूजा है,

माँ-बाप की सेवा ही

सबसे बडी पूजा है,


विश्व में किसी भी

तीर्थ की यात्रा व्यर्थ हैं,

यदि बेटे के होते

माँ-बाप असमर्थ हैं,


वो भाग्यशाली हैं जिनके

माता-पिता साथ हैं,

क्योंकि माता-पिता के

आशीषों से ही

सफलता प्राप्त है।


आज हमारे माता जी-पिता जी

तो अब इस संसार में नहीं हैं

पर उनका आशीर्वाद

उनका स्नेह आज भी

हम पाँचों भाईयों के साथ है।


आप सभी को पितृत्व दिवस

की हार्दिक शुभकामनाएँ।



शब्द साभार :

[1] NDTV इंडिया द्वारा प्रसारित एक मैसेज जो हमें व्हाट्सप्प से मिला।

[2] परमानंद पांडेय, मंजिल ग्रुप साहित्यिक मंच

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